Monday, 11 September 2017

मतदाता जागरूकता अभियान, राजकीय इंटर कालेज जाखनीधार टिहरी गढ़वाल.


     हम साल के पहले महीने में हैं और सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय घटनाओं में से एक जो है वह है हमारा गणतंत्र दिवस। लेकिन एक और महत्वपूर्ण दिन इसी महीनेमें आता है, जो है राष्ट्रीय मतदाता दिवस। यह भारतीय लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन का उद्देश युवा भारतीय मतदाताओं को लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। भारत सरकार ने २०११ साल से हर साल २५ जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस​​के रूप में मनाने का फैसला किया।
२५ जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है क्योंकि २५ जनवरी १९५० को, हम गणतंत्र राष्ट्र बनने के एक दिन पहले; चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। हम २०११ से यह दिन मना रहें है| राष्ट्रीय मतदाता दिवस का विचार एक आम वोटर कैप्टन चाँद ने साल २०१० में दिया था। चुनाव आयोग ने सुझाव स्वीकार किया और इसमें सुधार करके २५ जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस शुरू किया| २०११ में यह पहिली बार मनाया गया, इस साल हम ८ वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनायेंगे| पहले मतदाता की पात्रता आयु २१ वर्ष थी, लेकिन १९८८ में इसे १८ साल तक घटा दिया गया था। इस बदलाव को शामिल किया गया क्योंकि दुनिया भर के कई देशों ने आधिकारिक मतदान उम्र के रूप में १८ वर्षकी सिमा को अपनाया था। उसी समय भारतीय युवा साक्षर और राजनैतिक रूप से जागरूक हो रहा था। ६१वे विधेयक संशोधन, १९९८ ने भारत में मतदाता की पात्रता उम्र कम कर दिया।
भारत की ५०% से अधिक आबादी ३५ साल के उम्र के निचे की है और इसका एक बड़ा हिस्सा १८ साल का पड़ाव पार कर रहा है। उन्हें जागरूक करना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने अधिकारों और दायित्वों का एहसास कराना बहुत जरूरी है| इस तरह से हम लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी बढ़ा सकतें है।पीएम नरेंद्र मोदी के मान की बातरेडियो प्रसारण पर २०१८ के नए साल का भाषण हुआ| भाषण में उन्होंने नए पात्र मतदाताओं का स्वागत किया, जो १ जनवरी को १८ साल के हो गए। उन्होंने उन्हें न्यू इंडिया वोटर्सकहा और उन्हें पंजीकृत होने के लिए आग्रह किया| उन्होंने यह भी कहा, “इस शताब्दी के मतदाता के रूप में, आपको भी गर्व महसूस करना चाहिए। आपका वोट नए भारत का आधार साबित होगा| वोट की शक्ति लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है| लाखों लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए मतदान सबसे प्रभावी उपकरण है…… ”
राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह पूरे भारत में ७ लाख से अधिक स्थानों पर मनाया जाता है। हर साल पात्र मतदाता प्रतिज्ञा लेते हैं, फोटो मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करते हैं और उन्हें एक पुस्तिका दी जाती है जो उन्हें अपने अधिकार और दायित्वों पर जानकारी देती है|
ऐसे दिनों का जश्न मनाना बहुत महत्वपूर्ण है, इससे देश में लोकतंत्र की ताकद और लोगों का राष्ट्र निर्माण में योगदान बढ़ेगा।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
युवा, पात्र भारतीय मतदाताओं को लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रक्रिया में सक्रिय भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। यह २५ जनवरी २०११ से हर
 साल मनाया जाता है|
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