श्रीमती मीनाक्षी सिलस्वाल, अध्यापिका |
श्रीमती मीनाक्षी सिल्सवाल, सहायक अध्यापिका अपर प्राइमरी स्कूल पडिया, टिहरी गढ़वाल. |
Smt. Laxmi, PGT Chemistry. |
रासायनिक सूत्र (chemical formula) किसी रासायनिक यौगिक को इस प्रकार निरूपित करता है जिससे पता चलता है कि वह यौगिक किन-किन तत्वों के कितने-कितने परमाणुओं से मिलकर बना है। सामान्य प्रयोग में प्रायः अणुसूत्र (molecular formula) के लिये भी 'रासायनिक सूत्र' का ही प्रयोग कर दिया जाता है। उदाहरण : मिथेन का अणुसूत्र प्रा.उ4 (CH4) है जो इंगित करता है कि मिथेन का अणु कार्बन एवं हाइड्रोजन
के परमाणुओं से मिलकर बना है तथा मिथेन के एक अणु में कार्बन का एक परमाणु
व हाइड्रोजन के चार परमाणु होते हैं। परन्तु इस सूत्र से यह पता नहीं चलता
कि कार्बन का एक परमाणु व हाइड्रोजन के ये चार परमाणु किस प्रकार
व्यवस्थित हैं। अर्थात ये एक ही समतल में हैं या त्रिबिम में हैं; इनके
बंधों के बीच कितना कोण है; बन्धों की लम्बाई कितनी है, आदि का अणुसूत्र से कुछ भी ज्ञान नहीं होता।
Smt. Rekha Dobhal TGT Science |
वैज्ञानिक नाम- द्विपद नामपद्धति - जीव विज्ञान में, द्विपद नामकरण प्रजातियों के नामकरण की एक औपचारिक प्रणाली है। कार्ल लीनियस नामक एक स्वीडिश जीव वैज्ञानिक ने सबसे पहले इस दो नामों की नामकरण प्रणाली को उपयोग करने के लिए चुना था। उन्होंने इसके लिए पहला नाम वंश (जीनस) का और दूसरा प्रजाति विशेष का विशिष्ट नाम को चुना था। उदाहरण के लिए, मानव का वंश होमो है जबकि उसका विशिष्ट नाम सेपियंस है, तो इस प्रकार मानव का द्विपद या वैज्ञानिक नाम होमो साप्येन्स् (Homo sapiens)
है। रोमन लिपि मे लिखते समय दोनो नामों मे से वंश के नाम का पहला अक्षर
बड़ा (कैपिटल) होता है जबकि विशिष्ठ नाम का पहला अक्षर छोटा (स्माल) ही
होता है। महत्त्व - यदि जीव-जन्तुओं और वनस्पतियों का वर्गीकरण न हुआ होता तो आज उनका अध्ययन
करना कितना जटिल होता, इस बात की सहज ही कल्पना की जा सकती है। आज जीव
विज्ञान हो या फिर वनस्पति विज्ञान दोनों ही विषयों में जीवों और
वनस्पतियों का अध्ययन वर्गीकरण के आधार पर किया जाता है। जन्तुओं और पादपों
की प्रजाति, वंश, वैज्ञानिक नाम और ऐसी ही अनेक जानकारी देने वाली
वर्गीकरण व्यवस्था के जनक कार्ल लिनियस एक अत्यंत प्रतिभाशाली वैज्ञानिक
थे।
आज जन्तु विज्ञान में जो भी कुछ है, उसमें वर्गीकरण की अद्वितीय भूमिका
है-इसके बिना इस क्षेत्र में वृहतर ज्ञान संभव नहीं था। लिनियस द्वारा दी
गई वर्गीकरण व्यवस्था चिकित्सा जगत में भी काफी मददगार साबित हुई और
चिकित्सा विज्ञानी जीव-जन्तुओं तथा पेड़-पौधों के वर्गीकरण के आधार पर बहुत
सी खोज करने में कामयाब रहे। आज पेड़-पौधों को समझने का काम वर्गीकरण के
जरिए ही किया जाता है - वर्गीकरण प्रणाली से ही वनस्पतियों की प्रजाति, कुल
और वैज्ञानिक नाम के बारे में पता चलता है। किसी भी जीव या वनस्पति को
परिभाषित करते समय सबसे पहले उसके वर्गीकरण का ही जिक्र किया जाता है।
विश्व की प्रमुख उत्पादन क्रांतियां -
- हरित क्रांति (Green Revolution) - खाधान्न उत्पादन (Food Production)
- श्वेत क्रांति (White Revolution) - दुग्ध उत्पादन (Milk Production)
- नीली क्रांति (Blue Revolution) - मत्स्य उत्पादन (Fish Production)
- भूरी क्रांति (Brown Revolution) - उर्वरक उत्पादन (Fertilizer Production)
- रजत क्रांति (Silver Revolution) - अंडा उत्पादन (Egg Production)
- पीली क्रांति (Yellow Revolution) - तिलहन उत्पादन (Oilseed Production)
- कृष्ण क्रांति (Black Revolution) - बायोडीजल उत्पादन (Biodiesel Production)
- लाल क्रांति ((Red Revolution)) - टमाटर / मांस उत्पादन (Tomato / Meat Production)
- गुलाबी क्रांति (Pink Revolution) - झींगा मछली उत्पादन (Shrimp Production)
- बादामी क्रांति (Badami Revolution) - मसाला उत्पादन (Spice Production)
- सुनहरी क्रांति (Golden Revolution) - फल उत्पादन (Fruit Production)
- अमृत क्रांति (Amrit Revolution) - नदी जोड़ो परियोजनाएं (River Link Projects)
- धुसर /स्लेटी क्रांति (Smooth / Gray Revolution) - सीमेंट उत्पादन (Cement Production)
- इंद्रधनुषीय क्रांति (Rainbow revolution) - सभी क्रांतियों पर निगरानी रखने हेतु (To Monitor All Revolutions)
- सनराइज/सुर्योदय क्रांति (Sunrise / Sunrise Revolution) - इलेक्ट्राॅनिक उधोग के विकास हेतु (For the Development of the Electronic Industry)
- गंगा क्रांति (Ganga Revolution) - भ्रष्टाचार के खिलाफ सदाचार पैदा करने हेतु (To Create Goodness Against Corruption)
- सदाबहार क्रांति (Evergreen Revolution) - जैव तकनीकी (Biotechnology)
- सेफ्राॅन क्रांति (Sefran Revolution) - केसर उत्पादन (Saffron Production)
- स्लेटी/ग्रे क्रांति (Gray / Gray Revolution) - उर्वरकों के उत्पादन (Production of Fertilizers)
- मूक क्रांति (Silent Revolution) - मोटे अनाजों के उत्पादन से (Production of Coarse Grains)
- परामनी क्रांति (Paramani Revolution) - भिन्डी उत्पादन से (From the Production of Bees)
- खाध श्रंखला क्रांति (Food Chain Revolution) - भारतीय कृषकों की 2020 तक आमदनी को दुगुना करना (Doubling Income of Indian Farmers by 2020)
- व्हाइट गोल्ड क्रांति (White Gold Revolution) - कपास उत्पादन से (Cotton Production)
- N.H. क्रांति (N.H. Revolution) - स्वर्णिम चतुर्भुज योजना (Golden Quadrilateral Plan)
| |||
---|---|---|---|
1
|
उत्तराखंड का स्थापना दिवस
|
9 नवंबर 2000
|
|
2
|
उत्तराखंड की राजधानी
|
देहरादून
|
|
3
|
उत्तराखंड की राजकीय भाषा
|
हिंदी
|
|
4
|
उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री
|
श्री नित्यानन्द स्वामी जी
|
|
5
|
उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री
|
श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी
|
|
6
|
उत्तराखंड के पहले राज्पाल
|
श्री सुरजीत सिंह बरनाला जी
|
|
7
|
उत्तराखंड के वर्तमान राज्यपाल
|
श्रीमती बेबी रानी मौर्य
|
|
8
|
उत्तराखंड का राजकीय पशु
|
कस्तूरी मृग
|
|
9
|
उत्तराखंड का राजकीय फूल
|
ब्रह्मा कमल
|
|
10
|
उत्तराखंड का राजकीय पेड
|
बुरांस
|
|
11
|
उत्तराखंड का राजकीय पक्षी
|
हिमालयन मोनाल
|
|
12
|
उत्तराखंड का क्षेत्रफल
|
53483 वर्ग किलोमीटर
|
|
13
|
उत्तराखंड का सबसे बडा नगर
|
देहरादून
|
|
14
|
उत्तराखंड के प्रमुख लोक नृत्य
|
गढवाली, कुमायूॅ, कजरी, झाेरा,
रासलीला आदि
|
|
15
|
उत्तराखंड की प्रमुख नदीयॉ
|
गंगा, यमुना,
|
|
16
|
उत्तराखंड की सीमाऐं
|
हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश
|
|
17
|
उत्तराखंड का प्रमुख कृषि उत्पादन
|
तिलहन, दलहन, चाय
|
|
18
|
उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटक स्थल
|
मसूरी, रानीखेत, ऋषिकेश, भीमताल
सातताल, फूलों की घाटी, देहरादून, कौसानी आदि
|
|
19
|
उत्तराखंड के प्रमुख उद्योग
|
खनन, जडी-बूटी, चूना पथ्थर, पर्यटन, आदि
|
|
20
|
उत्तराखंड में जिलों की संख्या
|
13
|
|
21
|
उत्तराखंड में लोक सभा की सीटें
|
5
|
|
22
|
उत्तराखंड में राज्यसभा की सीटें
|
3
|
भारत रत्न पुरस्कार विजेता की सूची 1954 से 2017 -
अब तक 43 व्यक्तियों भारत रत्न पुरष्कार से सम्मानित किया गया है -
- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ( Chakravarti Rajgopalachari ) - 1954
- सी.वी. रमन ( C.V. Raman ) - 1954
- सर्वपल्ली राधाकृष्णण ( Sarvapalli Radhakrishnan ) - 1954
- भगवान दास ( God Das ) - 1955
- एम. विसवेशरैय्या ( M. Viseshvaiyya ) - 1955
- जवारहलाल नेहरू ( Jawaharlal Nehru ) - 1955
- गोविंद वल्लभ पंत ( Govind Vallabh Pant ) - 1957
- डी. केसव कर्वे ( D. Kesav Karve ) - 1958
- बिधान चंद्र रॉय ( Bidhan Chandra Roy ) - 1961
- पुरुषोत्तम दास टंडन ( Purushottam Das Tandon ) - 1961
- राजेंद्र प्रसाद ( Rajendra Prasad ) - 1962
- जाकिर हुसैन ( Zakir Hussain ) - 1963
- पांडुरंग वामन काने ( Pandurang Waman Kane ) - 1963
- लाल बहादुर शास्त्री ( Lal Bahadur Shastri ) - 1966
- इंदिरा गांधी ( Indira Gandhi ) - 1971
- वी.वी. गिरी ( V.V. Kernel ) - 1975
- के. कामराज ( K. Kamaraj ) - 1976
- मदर टेरेसा ( Mother Teresa ) - 1980
- विनोबा भावे ( Vinoba Bhave ) - 1983
- खान अब्दुल गफ्फार खान ( Khan Abdul Gaffar Khan ) - 1987
- एम.जी. रामचंद्रन ( M.G. Ramachandran ) - 1988
- बी.आर. अंबेडकर ( B.R. Ambedkar ) - 1990
- नेल्सन मंडेला ( Nelson Mandela ) - 1990
- राजीव गांधी ( Rajiv Gandhi ) - 1991
- सरदार वल्लभभाई पटेल ( Sardar Vallabhbhai Patel ) - 1991
- मोरारजी देसाई ( Morarji Desai ) - 1991
- अब्दुल कलाम आजाद ( Abdul Kalam Azad ) - 1992
- जे.आर.डी. टाटा ( J.R.D. Tata ) - 1992
- सत्यजीत राय ( Satyajit Ray ) - 1992
- ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ( A.P.J. Abdul Kalam ) - 1997
- गुलजारी लाल नंदा ( Gulzari Lal Nanda ) - 1997
- अरुणा आसफ अली ( Aruna Asaf Ali ) - 1997
- एम.एस.सुबुलक्ष्मी ( M.S. Subulakshmi ) - 1998
- चिदंबरम सुब्रमण्यम ( Chidambaram Subramanyam ) - 1998
- जयप्रकाश नारायण ( Jaiprakash Narayan ) - 1999
- रवि शंकर ( Ravi Shankar ) - 1999
- अमर्त्य सेन ( Amartya Sen ) - 1999
- गोपीनाथ बारदोलई ( Gopinath Bardolai ) - 1999
- लता मांगेशकर ( Lata Mangeshkar ) - 2001
- बिस्मिल्लाह खान ( Bismillah Khan ) - 2001
- भीमसेन जोशी ( Bhimsen Joshi ) - 2008
- प्रो. सी.एन.आर. राव ( Pro. CNR Rao ) - 2014
- सचिन तेंडुलकर ( Sachin Tendulkar ) - 2014
सुशील डोभाल, प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार टिहरी गढ़वाल