Thursday, 27 September 2018

शिक्षकों के कुछ चुनिंदा नवाचार


श्रीमती मीनाक्षी  सिलस्वाल, अध्यापिका
       नवाचार का आशय कार्य करने के  कुछ नये  और उपयोगी तरीका अपनाये जाने से  है, जैसे- नयी विधि, नयी तकनीक, नयी कार्य-पद्धति, नयी सेवा, नया उत्पाद आदि। नवाचार को शिक्षा और अर्थतंत्र का सारथी माना जाता है। किसी किसी स्कूल  के संदर्भ में नवाचार के द्वारा दक्षता, सीखने की क्षमता में सुधार, गुणवतायुक्त शिक्षण,  और छात्रों के बौधिक स्तर आदि के सुधार सम्मिलित हैं। नवाचार केवल स्कूल कॉलेजों तक ही सिमित नहीं है,  अस्पताल, विश्वविद्यालय, ग्राम-पंचायतें आदि सभी संस्थायें नवाचारी हो सकती हैं। जो संस्थायें नवाचार नहीं कर पातीं वे नाश को प्राप्त होती हैं। उनका स्थान नवाचार में सफल हुई संस्थायें ले लेतीं हैं। यहाँ प्रस्तुत है कुछ शिक्षकों के नवाचारी प्रयास.
श्रीमती मीनाक्षी  सिल्सवाल, सहायक अध्यापिका अपर प्राइमरी स्कूल पडिया, टिहरी गढ़वाल.









रासायनिक सूत्र
Smt. Laxmi, PGT Chemistry.
               रासायनिक सूत्र (chemical formula) किसी रासायनिक यौगिक को इस प्रकार निरूपित करता है जिससे पता चलता है कि वह यौगिक किन-किन तत्वों के कितने-कितने परमाणुओं से मिलकर बना है। सामान्य प्रयोग में प्रायः अणुसूत्र (molecular formula) के लिये भी 'रासायनिक सूत्र' का ही प्रयोग कर दिया जाता है।   उदाहरण : मिथेन का अणुसूत्र प्रा.उ4 (CH4) है जो इंगित करता है कि मिथेन का अणु कार्बन एवं हाइड्रोजन के परमाणुओं से मिलकर बना है तथा मिथेन के एक अणु में कार्बन का एक परमाणु व हाइड्रोजन के चार परमाणु होते हैं। परन्तु इस सूत्र से यह पता नहीं चलता कि कार्बन का एक परमाणु व हाइड्रोजन के ये चार परमाणु किस प्रकार व्यवस्थित हैं। अर्थात ये एक ही समतल में हैं या त्रिबिम में हैं; इनके बंधों के बीच कितना कोण है; बन्धों की लम्बाई कितनी है, आदि का अणुसूत्र से कुछ भी ज्ञान नहीं होता।


Smt. Rekha Dobhal TGT Science
वैज्ञानिक नाम- द्विपद नामपद्धति -  जीव विज्ञान में, द्विपद नामकरण प्रजातियों के नामकरण की एक औपचारिक प्रणाली है। कार्ल लीनियस नामक एक स्वीडिश जीव वैज्ञानिक ने सबसे पहले इस दो नामों की नामकरण प्रणाली को उपयोग करने के लिए चुना था। उन्होंने इसके लिए पहला नाम वंश (जीनस) का और दूसरा प्रजाति विशेष का विशिष्ट नाम को चुना था। उदाहरण के लिए, मानव का वंश होमो है जबकि उसका विशिष्ट नाम सेपियंस है, तो इस प्रकार मानव का द्विपद या वैज्ञानिक नाम होमो साप्येन्स् (Homo sapiens) है। रोमन लिपि मे लिखते समय दोनो नामों मे से वंश के नाम का पहला अक्षर बड़ा (कैपिटल) होता है जबकि विशिष्ठ नाम का पहला अक्षर छोटा (स्माल) ही होता है। महत्त्व - यदि जीव-जन्तुओं और वनस्पतियों का वर्गीकरण न हुआ होता तो आज उनका अध्ययन करना कितना जटिल होता, इस बात की सहज ही कल्पना की जा सकती है। आज जीव विज्ञान हो या फिर वनस्पति विज्ञान दोनों ही विषयों में जीवों और वनस्पतियों का अध्ययन वर्गीकरण के आधार पर किया जाता है। जन्तुओं और पादपों की प्रजाति, वंश, वैज्ञानिक नाम और ऐसी ही अनेक जानकारी देने वाली वर्गीकरण व्यवस्था के जनक कार्ल लिनियस एक अत्यंत प्रतिभाशाली वैज्ञानिक थे। आज जन्तु विज्ञान में जो भी कुछ है, उसमें वर्गीकरण की अद्वितीय भूमिका है-इसके बिना इस क्षेत्र में वृहतर ज्ञान संभव नहीं था। लिनियस द्वारा दी गई वर्गीकरण व्यवस्था चिकित्सा जगत में भी काफी मददगार साबित हुई और चिकित्सा विज्ञानी जीव-जन्तुओं तथा पेड़-पौधों के वर्गीकरण के आधार पर बहुत सी खोज करने में कामयाब रहे। आज पेड़-पौधों को समझने का काम वर्गीकरण के जरिए ही किया जाता है - वर्गीकरण प्रणाली से ही वनस्पतियों की प्रजाति, कुल और वैज्ञानिक नाम के बारे में पता चलता है। किसी भी जीव या वनस्पति को परिभाषित करते समय सबसे पहले उसके वर्गीकरण का ही जिक्र किया जाता है।



विश्व की प्रमुख उत्पादन क्रांतियां -

  1. हरित क्रांति (Green Revolution) - खाधान्न उत्पादन (Food Production)
  2. श्वेत क्रांति (White Revolution) - दुग्ध उत्पादन (Milk Production)
  3. नीली क्रांति (Blue Revolution) - मत्स्य उत्पादन (Fish Production)
  4. भूरी क्रांति (Brown Revolution) - उर्वरक उत्पादन (Fertilizer Production)
  5. रजत क्रांति (Silver Revolution) - अंडा उत्पादन (Egg Production)
  6. पीली क्रांति (Yellow Revolution) - तिलहन उत्पादन (Oilseed Production)
  7. कृष्ण क्रांति (Black Revolution) - बायोडीजल उत्पादन (Biodiesel Production)
  8. लाल क्रांति ((Red Revolution)) - टमाटर / मांस उत्पादन (Tomato / Meat Production)
  9. गुलाबी क्रांति (Pink Revolution) - झींगा मछली उत्पादन (Shrimp Production)
  10. बादामी क्रांति (Badami Revolution) - मसाला उत्पादन (Spice Production)
  11. सुनहरी क्रांति (Golden Revolution) - फल उत्पादन (Fruit Production)
  12. अमृत क्रांति (Amrit Revolution) - नदी जोड़ो परियोजनाएं (River Link Projects)
  13. धुसर /स्लेटी क्रांति (Smooth / Gray Revolution) - सीमेंट उत्पादन (Cement Production)
  14. इंद्रधनुषीय क्रांति (Rainbow revolution) - सभी क्रांतियों पर निगरानी रखने हेतु (To Monitor All Revolutions)
  15. सनराइज/सुर्योदय क्रांति (Sunrise / Sunrise Revolution) - इलेक्ट्राॅनिक उधोग के विकास हेतु (For the Development of the Electronic Industry)
  16. गंगा क्रांति (Ganga Revolution) - भ्रष्टाचार के खिलाफ सदाचार पैदा करने हेतु (To Create Goodness Against Corruption)
  17. सदाबहार क्रांति (Evergreen Revolution) - जैव तकनीकी (Biotechnology)
  18. सेफ्राॅन क्रांति (Sefran Revolution) - केसर उत्पादन (Saffron Production)
  19. स्लेटी/ग्रे क्रांति (Gray / Gray Revolution) - उर्वरकों के उत्पादन (Production of Fertilizers)
  20. मूक क्रांति (Silent Revolution) - मोटे अनाजों के उत्पादन से (Production of Coarse Grains)
  21. परामनी क्रांति (Paramani Revolution) - भिन्डी उत्पादन से (From the Production of Bees)
  22. खाध श्रंखला क्रांति (Food Chain Revolution) - भारतीय कृषकों की 2020 तक आमदनी को दुगुना करना (Doubling Income of Indian Farmers by 2020)
  23. व्हाइट गोल्ड क्रांति (White Gold Revolution) - कपास उत्पादन से (Cotton Production)
  24. N.H. क्रांति (N.H. Revolution) - स्वर्णिम चतुर्भुज योजना (Golden Quadrilateral Plan)


उत्तराखंड सामान्य ज्ञान

1
उत्तराखंड का स्‍थापना दिवस
9 नवंबर 2000
2
उत्तराखंड की राजधानी 
देहरादून
3
उत्तराखंड की राजकीय भाषा
हिंदी
4
उत्तराखंड के पहले मुख्‍यमंत्री 
श्री नित्यानन्द स्वामी जी
5
उत्तराखंड के वर्तमान मुख्‍यमंत्री
श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी
6
उत्तराखंड के पहले राज्‍पाल 
श्री सुरजीत सिंह बरनाला जी
7
उत्तराखंड के वर्तमान राज्‍यपाल
श्रीमती  बेबी रानी मौर्य
8
उत्तराखंड का राजकीय पशु 
कस्‍तूरी मृग  
9
उत्तराखंड का राजकीय फूल
ब्रह्मा कमल 
10
उत्तराखंड का राजकीय पेड
बुरांस 
11
उत्तराखंड का राजकीय पक्षी 
हिमालयन मोनाल
12
उत्तराखंड का क्षेत्रफल 
53483 वर्ग किलोमीटर 
13
उत्तराखंड का सबसे बडा नगर
देहरादून
14
उत्तराखंड के प्रमुख लोक नृत्‍य 
गढवाली, कुमायूॅ, कजरी, झाेरा,
 रासलीला आदि
15
उत्तराखंड की प्रमुख नदीयॉ 
गंगा, यमुना, 
16
उत्तराखंड की सीमाऐं
हिमाचल प्रदेश, उत्‍तर प्रदेश
17
उत्तराखंड का प्रमुख कृषि उत्‍पादन
तिलहन, दलहन, चाय
18
उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटक स्‍थल 
मसूरी, रानीखेत, ऋषिकेश, भीमताल
सातताल, फूलों की घाटी, देहरादून, कौसानी आदि
19
उत्तराखंड के प्रमुख उद्योग 
खनन, जडी-बूटी, चूना पथ्‍‍थर, पर्यटन, आदि
20
उत्तराखंड में जिलों की संख्‍या 
13
21
उत्तराखंड में लोक सभा की सीटें
5
22
उत्तराखंड में राज्‍यसभा की सीटें 
3

भारत रत्न पुरस्कार विजेता की सूची 1954 से  2017 -

अब तक 43 व्‍यक्तियों भारत रत्न पुरष्कार से सम्‍मानित किया गया है - 
  1. चक्रवर्ती राजगोपालाचारी ( Chakravarti Rajgopalachari ) - 1954
  2. सी.वी. रमन ( C.V. Raman ) - 1954
  3. सर्वपल्ली राधाकृष्णण ( Sarvapalli Radhakrishnan ) - 1954
  4. भगवान दास ( God Das ) - 1955
  5. एम. विसवेशरैय्या ( M. Viseshvaiyya ) - 1955
  6. जवारहलाल नेहरू ( Jawaharlal Nehru ) - 1955
  7. गोविंद वल्लभ पंत ( Govind Vallabh Pant ) - 1957
  8. डी. केसव कर्वे ( D. Kesav Karve ) - 1958
  9. बिधान चंद्र रॉय ( Bidhan Chandra Roy ) - 1961
  10. पुरुषोत्तम दास टंडन ( Purushottam Das Tandon ) - 1961
  11. राजेंद्र प्रसाद ( Rajendra Prasad ) - 1962
  12. जाकिर हुसैन ( Zakir Hussain ) - 1963
  13. पांडुरंग वामन काने ( Pandurang Waman Kane ) - 1963
  14. लाल बहादुर शास्त्री ( Lal Bahadur Shastri ) - 1966
  15. इंदिरा गांधी ( Indira Gandhi ) - 1971
  16. वी.वी. गिरी ( V.V. Kernel ) - 1975
  17. के. कामराज ( K. Kamaraj ) - 1976
  18. मदर टेरेसा ( Mother Teresa ) - 1980
  19. विनोबा भावे ( Vinoba Bhave ) - 1983
  20. खान अब्दुल गफ्फार खान ( Khan Abdul Gaffar Khan ) - 1987
  21. एम.जी. रामचंद्रन ( M.G. Ramachandran ) - 1988
  22. बी.आर. अंबेडकर ( B.R. Ambedkar ) - 1990
  23. नेल्सन मंडेला ( Nelson Mandela ) - 1990
  24. राजीव गांधी ( Rajiv Gandhi ) - 1991
  25. सरदार वल्लभभाई पटेल ( Sardar Vallabhbhai Patel ) - 1991
  26. मोरारजी देसाई ( Morarji Desai ) - 1991
  27. अब्दुल कलाम आजाद ( Abdul Kalam Azad ) - 1992
  28. जे.आर.डी. टाटा ( J.R.D. Tata ) - 1992
  29. सत्यजीत राय ( Satyajit Ray ) - 1992
  30. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ( A.P.J. Abdul Kalam ) - 1997
  31. गुलजारी लाल नंदा ( Gulzari Lal Nanda ) - 1997
  32. अरुणा आसफ अली ( Aruna Asaf Ali ) - 1997
  33. एम.एस.सुबुलक्ष्मी ( M.S. Subulakshmi ) - 1998
  34. चिदंबरम सुब्रमण्यम ( Chidambaram Subramanyam ) - 1998
  35. जयप्रकाश नारायण ( Jaiprakash Narayan ) - 1999
  36. रवि शंकर ( Ravi Shankar ) - 1999
  37. अमर्त्य सेन ( Amartya Sen ) - 1999
  38. गोपीनाथ बारदोलई ( Gopinath Bardolai ) - 1999
  39. लता मांगेशकर ( Lata Mangeshkar ) - 2001
  40. बिस्मिल्लाह खान ( Bismillah Khan ) - 2001
  41. भीमसेन जोशी ( Bhimsen Joshi ) - 2008
  42. प्रो. सी.एन.आर. राव ( Pro. CNR Rao ) - 2014
  43. सचिन तेंडुलकर ( Sachin Tendulkar ) - 2014
सुशील डोभाल, प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार टिहरी गढ़वाल




Wednesday, 26 September 2018

मुख्य शिक्षा अधिकारी ने दिए प्रधानाचार्यों को निर्देश .

मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री दिनेश चन्द्र गौड़,विभिन्न प्रकरणों पर कार्यवाही करते हुए
 मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री दिनेश चन्द्र गौड़ ने विकासखंड जाखणीधार के समस्त माध्यमिक विद्यालयों की बैठक लेते हुए उनसे सभी विद्यालयों की शैक्षिक प्रगति की जानकारी ली है. इस दौरान उन्होंने कुछ विद्यालयों द्वारा परिषदीय परीक्षा परिणाम,  मिड डे मील एसएमएस व  विज्ञान सम्बंधित गतिविधियों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अपेक्षित सुधार के निर्देश दिए हैं. बैठक के बाद उन्होंने राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार एवं खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण भी किया.
माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य
प्रधानाचार्यों को निर्देशित करते हुए सीईओ और बीईओ
           खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा आयोजित माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के बैठक में आज जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री दिनेश चन्द्र गौड़ अचानक पहुँच गए. बीआरसी हाल में आयोजित बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह प्रधानाचार्यो और समस्त सीआरसी की मासिक बैठक ले रहे थे की बैठक शुरू होते ही मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री गौड़ प्रधानाचार्यों के बीच आ पहुचे. बैठक के आरम्भ से लेकर समापन तक उन्होंने विकासखंड के समस्त विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से उनके विद्यालयों के शैक्षिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों की जानकारी लेते हुए उन्हें आवश्यक निर्देश दिए. मुख्य शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी से भी विकासखंड के विभिन्न विद्यालयों के अनेक प्रकरणों पर जानकारी ली है. इस दौरान कुछ विद्यालयों से परिषदीय परीक्षा परिणाम,  मिड डे मील एसएमएस व  विज्ञान सम्बंधित गतिविधियों की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अपेक्षित सुधार के निर्देश दिए हैं.

विद्यालय के अभिलेखों का निरिक्षण करते हुए सीईओ और बीईओ
        बेहतर परिषदीय परीक्षाफल देने वाले शिक्षको और प्रधानाचार्यों की सराहना करते हुए मुख्य शिक्षा अधीकारी ने कहा है की बेहतर शिक्षा के लिए उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों से बड़ी तेजी से पलायन हो रहा है जिससे अनेक विद्यालयों का अस्तित्व संकट में हैं. यह स्थिति न तो शिक्षको के हित में हैं और न ही शिक्षा विभाग के हित में. उन्होंने कहा है की इस स्थिति को रोकने के लिए हमे कुछ अभिनव प्रयोग करने होंगे. इस अवसर पर उन्होंने राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार में कार्यरत प्रवक्ता  श्री सुशील डोभाल के विद्यालय और विभाग के हित के किये जा रहे नवाचारी कार्यों की सराहना की है. उन्होंने श्री डोभाल द्वारा तैयार विद्यालय के वेवपेज "हिमवंत" की प्रशंसा करते हुए कहा है की इस वेवपेज के माध्यम से न केवल उत्तराखंड के समस्त विद्यालय विभागीय योजनाओं की जानकारी पा कर लाभान्वित हो रहे हैं बल्कि ऐसे नवाचारों से अन्य विद्यालयों के शिक्षक भी प्रेरित होंगे. मुख्य शिक्षा अधिकारी ने  कहा की बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को विभाग प्रोत्साहित करेगा.
कार्यालय का औचूक निरिक्षण करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी डीसी गौड़
       मुख्य शिक्षा अधिकारी ने समस्त प्रधानाचार्यों को सामुदायिक सहयोग के माध्यम से विद्यालयों के संरचनात्मक विकास का माहोल बनाने का आवाहन किया है. इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह ने अवगत करवाया की क्षेत्रीय विधायक श्री धन सिंह नेगी ने इस वर्ष अनेक विद्यालयों को विधायक निधि से फर्नीचर्स उपलव्ध करवाए हैं. मुख्य शिक्षा अधिकारी ने क्षेत्रीय विधायक का विद्यालयों को सहयोग देने पर आभार व्यक्त किया है. इस अवसर पर उन्होंने राजकीय इंटर कोलेज जाखणीधार और बीईओ कार्यालय का औचूक निरिक्षण भी किया.
सीईओ औरबीईओ के साथ रा.शि.सं. के ब्लाक अध्यक्ष डीपी डंगवाल
           बैठक में राजकीय शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष श्री दिनेश प्रसाद डंगवाल ने विकासखंड के अनेक विद्यालयों एवं शिक्षकों की समस्याओं को मुख्य शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी के समक्ष रखा. उन्होंने कई विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों के कारण प्रभावित होने वाले पठन पाठन पर दोनों अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया. मुख्य शिक्षा अधिकारी ने रिक्त पदों पर शिक्षको की व्यवस्था के लिए सकारात्मक आश्वासन दिए हैं.
       


खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह ने बताया की शीघ्र ही राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार में आधार नामांकन केंद्र स्थापित किया जाएगा, जिसमे समस्त विकासखंड के स्कूली छात्र छात्राओं के आधार कार्ड बनाए तथा संशोधित किये जायेंगे. केंद्र के प्रभारी विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री महावीर सिंह परमार तथा पर्यवेक्षक प्रवक्ता श्री सुशील डोभाल होंगे.
          बैठक में प्रधानाचार्य मंदार आर .यस.परमार सेमण्डीधार विजय श्रीवाण, कोपडधार जल कुमार सैनी, वीरेंद्र कोट सुनील कोठारी, रजाखेत प्रेम नारायण द्बिवेदी, मदननेगी मोहन सिंह पवार, कनैलधार आर.यस.राणा, बडकोट प्रीतम सिंह कोहली, टिपरी दीवान सिंह नेगी, गेवली यस.एल.रतडी, जूनियर शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री खरोला  आदि मौजूद थे .

 लेख और फोटोग्राफ - दिनेश प्रसाद डंगवाल, अध्यक्ष राजकीय शिक्षक संघ, जाखणीधार टिहरी गढ़वाल.

Sunday, 16 September 2018

NSIGSE योजना के अंतर्गत 30 सितम्बर तक करें लाभार्थी छात्राओं के आवेदनों का E-Verification.

राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार टिहरी गढ़वाल की लाभार्थी छात्राएं

समस्त माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के संस्थाध्यक्षों को सादर अवगत करवाना है कि National Scheme of Incentive to Girls for Secondary Education (NSIGSE) कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2017-18 की लाभार्थी छात्राओं के आवेदन पत्रों का E-Verification विद्यालय स्तर पर किया जाना नितांत आवश्यक है। Verification के लिए 30 सितम्बर 2018 अंतिम तिथि निर्धारित है। ध्यान रहे कि यह एक राष्ट्रीय महत्व का कार्यक्रम है अतः असुविधाओं से बचने के लिए समयान्तर्गत Online Verification सम्पन्न करने करें।

 

छात्राओं के आवेदन पत्रों को विद्यालय स्तर पर E-Verification के लिए यहाँ क्लिक करें. 


 NSIGSE एक नजर में.

National Scheme of Incentives to Girls for Secondary Education

To promote enrolment of girl child in the age group of 14-18 at secondary stage, especially those who passed Class VIII and to encourage the secondary education of such girls, the Centrally Sponsored Scheme. National Scheme of Incentives to Girls for Secondary Education was launched in May, 2008.
The Scheme covers:
  • All SC/ST girls who pass class VIII and
  • Girls, who pass class VIII examination from Kastrurba Gandhi Balika Vidyalayas (irrespective of whether they belong to Scheduled Castes or Tribes) and enroll for class IX in State/UT Government, Government-aided or local body schools.
  • Girls should be below 16 years of age ( as on 31st March) on joining class IX
  • Married girls, girls studying in private un-aided schools and enrolled in schools run by Central Government like KVS, NVS and CBS affiliated Schools are excluded.
A sum of Rs. 3,000/- is deposited in the name of eligible girls as fixed deposit. The girls are entitled to withdraw the sum along with interest thereon on reaching 18 years of age and on passing 10th class examination.
The proposals/list of beneficiaries for the academic year 2015-16 is required to be submitted/ uploaded on-line over National Scholarship Portal (NSP).

Saturday, 15 September 2018

ब्लॉक स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता में रा.इ.का. जाखणीधार प्रथम

खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह जी का माल्यार्पण करते हुए
विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों में आयोजित क्रीडा प्रतियोगिताओं के अंतर्गत ब्लाक स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार में आज संपन्न हुआ. प्रतियोगिता में विकासखंड के विभिन्न विद्यालयों की 16 बालको एवं 9 बालिकाओं की कबड्डी टीमों प्रतिभाग किया. प्रतियोगिताओं के फाइनल  में राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार के बालकों की टीम  तथा राजकीय इंटर कालेज कनेलधार की बालिकाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया.
            मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुसार विकासखंड स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता आज राजकीय इंटर कालेज जाखणीधार के प्रांगण में सम्प्पन हुआ. दो दिवसीय इस प्रतियोगिता के विकासखंड के विभिन्न विद्यालयों से करीब 25 टीमों ने प्रतिभाग किया. कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री हरीश भट्ट (क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता व उपाध्यक्ष भाजपा युवामोर्चा), खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह एवं आयोजक विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री महावीर सिंह परमार  ने दीप प्रज्वलित करते हुए किया. इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत एवं सरस्वती वन्दना सहित अनेक  सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. प्रतियोगिता के फाइनल में बालक वर्ग में रा.इ.का. जाखणीधार प्रथम एवं रा.इ.का. बडकोट ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया जवकि बालिका वर्ग में रा.इ.का कनैलधार प्रथम एवं रा.उ.मा.वि. गेवली ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया. मुख्य अतिथि श्री हरीश भट्ट ने विजयी टीमो को संयुक्त रूप से २१०० रूपये का नगद पुरस्कार दिया.
मुख्य अतिथि का बैज अलंकरण
              इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह ने कहा है की पठन-पाठन के साथ साथ खेलकूद जहाँ विद्यार्थियों को शारीरिक रूप से निरोग बनाते है  वहीं खेल के क्षेत्र में अपार संभावनाए हैं. प्रधानाचार्य श्री महावीर सिंह परमार ने छात्रों के मन में खेलभावना का होना नितांत जरूरी बताते हुए कहा है की खेलकूद प्रतियोगिताओं के जरिये बच्चों में  स्वअनुशासन स्थापित होता है. मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री डी.सी.गौड़ ने  विजयी टीमों व जनपद में ब्लॉक की तरह से प्रतिभाग के लिए सभी चयनित सभी छात्र छात्राओं और उनके मार्ग दर्शक शिक्षकों बधाई और शुभकामनाएं दी हैं.

विकासखंड के  विभिन्न विद्यालयों के व्यायाम शिक्षक
        ब्लाक क्रीडा संयोजक एवं विद्यालय के व्यायाम शिक्षक श्री दिनेश रावत ने कहा है की सभी चयनित प्रतिभागियों को ब्लाक की टीम से 18 व 19 सितम्बर 2018 को राजकीय प्रताप इंटर कालेज में प्रतिभाग करना है. उन्होंने कम समय में बेहतर ढंग से प्रतियोगिता को संपन्न करने के लिए समस्त विद्यालयों के व्यायाम शिक्षकों का आभार व्यक्त किया है. इस अवसर पर राजकीय शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष श्री दिनेश डंगवाल ने आयोजक मंडल में शामिल सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को कार्यक्रम को सफल बनाए के लिए आभार व्यक्त किया. इस मौके पर व्यायाम शिक्षक श्री राजेंद्र प्रसाद डोभाल, सुदामा प्रसाद डंगवाल,आनंद सिंह चौहान, विपिन रघुबंशी, डॉ.सुनील बिष्ट, राकेश मिश्रा, विजय अवस्थी,अनिल शर्मा, दिनेश गुसाईं, यशपाल सिंह रावत, वीरेंद्र सिंह नेगी,यजवीर सिंह, नीलम नेगी, जसोमति कोहली आयोजक विद्यालय के शिक्षक श्री चंदन सिंह असवाल, संजीव नेगी, डॉ. इलियास, पंकज डंगवाल, अरविंद बहुगुणा. देवेन्द्र सिंह नेगी  रेखा कंडारी और आमू खम्पा आदि शामिल थे.

प्रतिभागी छात्र-छात्राएं.
प्रतिभागियों का हौसला बढाते हुए मुख्य अतिथि श्री हरीश भट्ट, साथ में सामजिक कार्यकर्ता राम दयाल रतूड़ी, खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह जी  व प्रधानाचार्य श्री महाबीर सिंह परमार.
ब्लॉक अध्यक्ष राजकीय शिक्षक संघ श्री दिनेश डंगवाल, मंच संचालन करते हुए.
मंचासीन अतिथिगण
खंड शिक्षा अधिकारी श्री धनबीर सिंह जी, प्रतिभागियों का मनोबल बढाते हुए.
विद्यालय की छात्राओं की शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
खंड शिक्षक अधिकारी और व्यायाम शिक्षक श्री राजेन्द्र डोभाल, प्रतिभागियों से परिचय करते हुए.

रा.इ.का. जाखणीधार की बालिका कबड्डी टीम.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से पूर्व विद्यालय की छात्राएं अपने अध्यापक श्री सुशील डोभाल के साथ फोटोग्राफी करवाते हुए.
विजय टीम राइका जाखणीधार के साथ क्रीडा संयोजक श्री दिनेश रावत.


लेख व समस्त फोटोग्राफ्स का संकलन- सुशील डोभाल, प्रवक्ता अर्थशास्त्र.

Wednesday, 12 September 2018

विधायक टिहरी श्री धन सिंह नेगी ने विद्यालय को दिए 150 सेट कुर्सी-मेज, छात्रों और अभिभावकों ने किया आभार व्यक्त !

टिहरी के विधायक  श्री धन सिंह नेगी ने इंटर कालेज जाखणीधार  के छात्र छात्राओं के लिए 150 सेट कुर्सी-मेज अपनी विधायक निधि से उपलव्ध करवाए हैं। साढे तीन सौ छात्र संख्या वाले इस विद्यालय में पिछले लम्बे समय से छात्रों के लिए फर्नीचर का अभाव बना हुआ था। विद्यालय के प्रवक्ता सुशील डोभाल ने कुछ समय पहले उनसे भेंट कर छात्रों के लिए फर्नीचर उपलव्ध करवाने की अपील की थी। विधायक निधि से फर्नीचर की बड़ी खेप विद्यालय में पहुँचने से छात्रों और अभिभावकों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विधायक का आभार व्यक्त किया है. विधायक श्री नेगी ने कहा है की विद्यालय के अन्य समस्याओं के निवारण का हर संभव प्रयास किया जाएगा.
विधायक निधि से मिले कुर्सी मेज
             गत माह विधायक टिहरी  श्री धन सिंह नेगी द्वारा 50 सेट कुर्सी मेज इस विद्यालय को उपलव्ध करवाये थे और छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के अनुरोध पर उन्होंने 100 सेट और दिलवाने के वादा किया था। अपनी घोषणा के अनुरूप उन्होंने आज 100 सेट कुर्सी मेज विद्यालय में पहुंचा दिए हैं। प्रधानाचार्य महावीर सिंह परमार प्रवक्ता सुशील डोभाल, चंदन सिंह असवाल और दिनेश प्रसाद डंगवाल विधायक  ने विधायक का आभार व्यक्त करते हुए कहा है की  एक वित्तीय वर्ष में 150 सेट कुर्सी-मेज विद्यालय  निधि से विद्यालय को उपलव्ध करवाना विद्यालय परिवार के लिए हर्ष व गौरव का विषय है। अधिक छात्र संख्या और अल्प संसाधनों वाले इस विद्यालय में विगत कुछ समय से छात्रों के लिए फर्नीचर का अभाव बना हुआ था। उधर विधायक श्री नेगी ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के बड़ी छात्र संख्या व आवश्यकता वाले अन्य विद्यालयों को भी वह फर्नीचर उपलव्ध करवाने का प्रयास कर रहे हैं.   छात्र संख्या को ध्यान में रखते हुए विधायक जी के इस योगदान पर विद्यालय परिवार से जुड़े समस्त छात्र-छात्राओं, अभिभावकों  और राजकीय शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष दिनेश डंगवाल सहित विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक चन्दन सिंह असवाल, सुशील डोभाल, पंकज डंगवाल, राजेश कुमार उपाध्याय, दिनेश रावत, संजीव नेगी आदि  शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने विधायक जी का आभार व्यक्त किया है !








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