Thursday 11 July 2019

उत्तराखंड बोर्ड 12वीं अर्थशास्त्र के छात्रों के लिए अच्छी खबर। मूल्यांकन पैटर्न में होगा बदलाव, 100 अंकों की बोर्ड परीक्षा की जगह अब 80 अंकों की परीक्षा के साथ 20 अंकों की होगी प्रयोगात्मक परीक्षा।

विद्यालय शिक्षा परिषद रामनगर उत्तराखंड के अंतर्गत संचालित 12वीं अर्थशास्त्र विषय के हजारों छात्रों और अभिभावकों के लिए अच्छी खबर है। बोर्ड 12 वीं अर्थशास्त्र विषय के मूल्यांकन पैटर्न में सीबीएसई के समान 20 अंकों का प्रयोगात्मक परीक्षा आरम्भ करने जा रहा है। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो 2020 की बोर्ड परीक्षा में अर्थशास्त्र विषय में 100 अंकों के सैद्धांतिक बोर्ड परीक्षा के बजाय 80 अंकों की सैद्धांतिक परीक्षा और 20 अंकों की प्रयोगात्मक परीक्षा आयोजित की जाएंगी। इससे अर्थशास्त्र विषय के परीक्षाफल में जहां सुधार होगा वही यह विषय छात्रों के लिए अब जटिल नहीं रह जाएगा। अर्थशास्त्र के साथ ही इतिहास विषय मे भी बोर्ड 20 अंकों का प्रयोगात्मक परीक्षा पैटर्न अपन्नाने जा रहा है।
      अर्थशास्त्र विषय मानविकी वर्ग के अन्य विषयों में सबसे जटिलतम विषय माना जाता है। यही कारण है कि जहां छात्र इस विषय मैं अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर पाते हैं वही इस विषय के विकल्प के रूप में राज्य के अधिकतर विद्यालयों में कोई अन्य विषय भी संचालित नहीं होता, जिस कारण मानविकी वर्ग के छात्रों के लिए अर्थशास्त्र विषय उत्तराखंड में एक अनिवार्य विषय बन जाता है। अर्थशास्त्र की जटिलता के कारण सीबीएसई सहित देश भर के अधिकतर राज्यों के शिक्षा परिषदों में अर्थशास्त्र विषय का परीक्षाफल अन्य विषयों की तुलना में बहुत कम रहता है इसी कारण सीबीएसई, आईसीएसई तथा देश के सभी राज्यों के शिक्षा बोर्डों ने मूल्यांकन पैटर्न में सुधार करते हुए 100 अंकों की सैद्धांतिक परीक्षा के स्थान पर 80 अंकों की सैद्धांतिक परीक्षा और 20 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन अथवा प्रयोगात्मक परीक्षा गत वर्षो से आरंभ कर दी, जिस कारण अर्थशास्त्र विषय के परीक्षाफल में अपेक्षित सुधार देखने को मिला है।
प्रवक्ता अर्थशास्त्र- सुशील डोभाल व डॉ हरिनन्द भट्ट, 
      राज्य के विद्यालयों के हजारों छात्रों के लिए विषय को अधिक रोचक बनाने के लिए विद्यालय शिक्षा परिषद रामनगर ने अर्थशास्त्र विषय के मूल्यांकन पैटर्न में आंशिक परिवर्तन करते हुए इसे सीबीएससी के समान 80 अंकों की सैद्धांतिक परीक्षा और 20 अंकों की प्रयोगात्मक परीक्षा के प्रावधान का निर्णय लिया है। इसी क्रम में बोर्ड ने सभी जनपदों से अर्थशास्त्र विषय में अच्छी परफॉर्मेंस देने वाले प्रवक्ताओं को अंक विभाजन एवं प्रश्न पत्र पैटर्न निर्धारण के लिए 30 जुलाई को परिषद कार्यालय रामनगर में आयोजित की जाने वाली कार्यशाला के लिए बुलाया है। यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इस वर्ष की बोर्ड परीक्षा में अर्थशास्त्र और इतिहास विषय का मूल्यांकन सीबीएसई के पैटर्न पर किया जाएगा। बोर्ड के इस निर्णय पर राज्य के हजारों छात्रों व अभिभावकों के साथ ही अर्थशास्त्र प्रवक्ता विभोर भट्ट, सुशील डोभाल, डॉ हरि नंद भट्ट, आरडी जोशी, प्रीतम सिंह नेगी, बीके बिजलवान, रश्मि नेगी, नीलम गुसाईं, उपेंद्र भट्ट, सतीश कुमार, संजीव कुमार, प्रजापति नौटियाल, निरंजन कुमार, अभिषेक थपलियाल, रमेश पैन्यूली, ओम प्रकाश कोटनाला, जगदीश चौहान और दिगपाल सिंह गढ़िया  आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
आर्थशास्त्र विषय के नवाचारी प्रवक्ता, शीतकालीन अवकाश में विषय की जटिलता को रोचक बनाने के लिए विचार विमर्श करते हुए।

4 comments:

  1. अत्यंत प्रसनन्ता की खबर है। श्री डोभाल जी सहित सभी विषयाध्यापकों को बधाई व शुभकामनाएं।

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    1. आपका धन्यवाद जी।

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  2. २०२०से बेहतरीन प्रदर्शन हेतु विषयाध्यापकों एवं विद्यार्थियों को अग्रिम शुभेच्छा.

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    1. छात्रहित सर्वोपरि। आपका धन्यवाद।

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