Saturday, 16 November 2019

डायट टिहरी में 5 दिवसीय "मार्गदर्शन और परामर्श" प्रशिक्षण आरम्भ। कार्यक्रम के पहले दिन की आख्या हिमवंत पर यहां है उपलव्ध।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस की आख्या- 
   जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी में बालसखा कार्यक्रम के अंतर्गत पाँच दिवसीय मार्गदर्शन एवं परामर्श प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ शनिबार को विधिवत हुआ। कार्यक्रम में पहले दिन जिले के सभी 9 विकासखण्डों के 18 चयनित इंटर कॉलेजो व 5 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के कुल 58 प्रतिभागी प्रधानाचार्यों व शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
        प्रशिक्षण कार्यक्रम के पहले दिन जनपद के सभी विकास खंडों के विभिन्न इंटर कॉलेज और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों से पहुंचे प्रतिभागी प्रधानाचार्य और बालसखा प्रकोष्ठ के प्रभारी शिक्षकों का 11 बजे पूर्वाह्न में प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए पंजीकरण किया गया, इसके बाद प्रतिभागियों के औपचारिक परिचय के बाद संस्थान के प्राचार्य श्री चेतन प्रसाद नौटियाल ने प्रशिक्षण के लिए आये प्रधानाचार्यो व शिक्षकों को संबोधित करते हुए "मार्गदर्शन और परामर्श"  प्रशिक्षण के उद्देश्यों और महत्व से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी राष्ट्र की अमूल्य निधि है और उसके भविष्य को संवारना प्रत्येक शिक्षक का दायित्व है। उन्होंने शिक्षण के साथ "मार्गदर्शन और परामर्श" की सार्थकता पर आधारित अनेक रोचक प्रसंग प्रस्तुत किये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विद्यालयी छात्र सबसे ज्यादा अपने शिक्षक पर भरोसा करता है और हमेशा अपने शिक्षक का अनुसरण भी करते हैं  इसलिए शिक्षक छात्र के लिए सर्बोत्तम काउंसलर भी होता है। उन्होंने समस्त प्रतिभागियों को अच्छे ढंग से प्रशिक्षण प्राप्त करने और बालसखा कार्यक्रम का शतप्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का आवाहन किया।
       कार्यक्रम में डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता और बालसख कार्यक्रम के प्रभारी श्री सत्येश्वर प्रसाद मालगुडी ने बालसखा कार्यक्रम के बारे में विस्तार से प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम का आरम्भ वर्ष 2017-18 में प्रत्येक ब्लॉक के दो दो माध्यमिक विद्यालयों के चयन के साथ किया गया और वर्तमान समय मे जिले के सभी विकासखण्डों के 18 इंटर कॉलेजों के साथ सभी 5 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में कार्यक्रम संचालित हो रहा है। उन्होंने बताया कि इन सभी विद्यालयों के संस्थाध्यक्षो और बालसखा प्रकोष्ठ के प्रभारी शिक्षकों को एससीईआरटी के निर्देशों पर डायट और "रूम टू रीड" संस्था के माध्यम से पाँच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम में डायट के प्रवक्ता श्री दीपक रतूड़ी ने बताया कि स्कूली छात्रों के "मार्गदर्शन और परामर्श" कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार के दिशानिर्देशों पर राज्यस्तर पर कुछ गतिविधियां संचालित की जा रही है जिसके लिए चयनित विद्यालयों के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद टिहरी के तीन विद्यालयों को 9300 रु की राशि स्वीकृत की गई है। इस अवसर पर डायट के प्रवक्ता श्री ए के सिंह, डॉ वीर सिंह रावत और डॉ मनवीर सिंह नेगी ने भी विचार व्यक्त किये।
    मध्याह्न 2 बजे भोजन के बाद  रूम टू रीड संस्था की सन्दर्भदाता मनीषा राणा, रंजीता चौहान, पूनम जुयाल और जया ने जीवन कौशल, 5 दिवसीय इस प्रशिक्षण के प्रति प्रतिभागियों की अपेक्षाएं और "मेरे कौशल" नामक विषयो पर अनेक रोचक गतिविधियों पर आधारित प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर  'रूम टू रीड' संस्था द्वारा कार्यक्रम से सम्बंधित कुछ प्रेरक वीडियो फुटेज भी प्रदर्शित किए गए। 
     इस प्रकार प्रथम दिवस का प्रशिक्षण कार्यक्रम बहुत रुचिकर रहा और प्रशिक्षण के प्रथम दिवस की आख्या आज राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार के प्रतिभागियों को प्रस्तुत करने का दायित्व दिया गया और यह  आख्य राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार की ओर से प्रवक्ता अर्थशास्त्र सुशील डोभाल द्वारा प्रशिक्षण सभागार में प्रस्तुत की गयी।


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