Friday, 22 February 2019

Aadhaar में अब सिर्फ एक ही बार कर सकेंगे Date of birth अपडेट, जानें क्या है नियम और शर्तें

अगर आपका आधार (Aadhaar) बन चुका है लेकिन डेट ऑफ बर्थ यानी जन्मतिथि गलत हो गई है तो यह केवल एक बार ही सही हो सकती है. इस बात की जानकारी आधार जारी करने वाली अथॉरिटी UIDAI ने दी है.

  Aadhaar में अब सिर्फ एक ही बार कर सकेंगे ये अपडेट, जानें क्या है नियम और शर्तें

अगर आपके आधार में हुई है ये गलती तो अब आपके पास उसको बदलवाने का एक ही मौका है. हम बात कर रहे हैं डेट ऑफ़ बर्थ की. अगर आपका आधार (Aadhaar) बन चुका है लेकिन डेट ऑफ बर्थ यानी जन्मतिथि गलत हो गई है तो यह केवल एक बार ही सही हो सकती है. इस बात की जानकारी आधार जारी करने वाली अथॉरिटी UIDAI ने दी है. UIDAI ने अपने ट्वीट में कहा है कि आधार कार्ड की डिटेल्स में डेट ऑफ बर्थ केवल एक बार ही अपडेट कराई जा सकती है. आधार में एड्रेस को छोड़कर बाकी किसी भी तरह के अपडेशन के लिए आधार केन्द्र जाना होता है. इसलिए डेट ऑफ बर्थ भी आधार केन्द्र जाकर ही ठीक कराई जा सकती है. इसके लिए अपने साथ डेट ऑफ बर्थ के प्रमाण के तौर पर वैलिड डॉक्युमेंट साथ लेकर जाएं.

इस शर्त को मानना भी जरूरी 

 इसके अलावा UIDAI ने डेट ऑफ बर्थ अपडेशन को लेकर एक शर्त और रखी है. वह यह कि किसी की भी आधार में मौजूद डेट ऑफ बर्थ और नई अपडेट कराई जाने वाली डेट ऑफ बर्थ के बीच 3 साल से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए. ऐसा होने पर आपकी एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाएगी और आपको रीजनल आधार ऑफिस में यह मसला लेकर जाना होगा.

Aadhaar अपडेशन का चार्ज

आधार में डेमोग्राफिक डिटेल्स यानी नाम, पता, ईमेल आईडी, फोन नंबर आदि अपडेशन/बायोमेट्रिक अपडेशन या दोनों तरह की अपडेशन के लिए चार्ज 50 रुपये है. वहीं eKYC के जरिए आधार सर्च/फाइंड आधार/या अन्य किसी टूल और A4 शीट कलर प्रिंट के लिए चार्ज 30 रुपये है.

कुछ अन्य सर्विसेज के लिए चार्ज

आधार के सक्सेसफुल जनरेशन के लिए चार्ज 100 रुपये रहेगा. अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेशन (5/15 साल के लिए) भी चार्ज 100 रुपये होगा. बायोमेट्रिक्स में फिंगर प्रिंट व आंख की पुतली का स्कैन शामिल होता है.
हालांकि इन दोनों रिवाइज्ड चार्ज को लेने को लेकर रजिस्ट्रार के लिए कुछ शर्तें हैं, जो इस तरह हैं-
– मशीन का मालिक रजिस्ट्रार होना चाहिए.
– सुपरवाइजर और वेरिफायर रजिस्ट्रार के इंप्लॉई होने चाहिए.
– ऑपरेटर रजिस्ट्रार का रेगुलर या डायरेक्ट कॉन्ट्रैक्ट इंप्लॉई होना चाहिए. या फिर उसे मैनपावर हायरिंग एजेंसी से मान्य/UIDAI द्वारा इंपैनल्ड होना चाहिए.

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साभार- NEWS18HINDI, FEBRUARY 22, 2019, 12:02 PM IST

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