जनपद स्तरीय इंस्पायर अवॉर्ड मॉडल प्रदर्शनी व प्रतियोगिता राजकीय इंटर कॉलेज नरेंद्र नगर में आज संपन्न हुई. दिनांक 30 जनवरी से 4 फरवरी तक विभिन्न चरणों में आयोजित इस प्रतियोगिता में जनपद के सभी विकासखंडों के कुल 881 अवॉर्डी प्रतिभागी शामिल हुए. इस अवसर पर निर्णायकों द्वारा कुल 76 बाल वैज्ञानिकों के मॉडल्स का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया. जनपद के यह बाल वैज्ञानिक अब राज्य स्तरीय स्पर्धा में अपना जलवा दिखाएंगे। 
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी डीसी गौड़ एवं जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एस पी सेमवाल ने बाल वैज्ञानिको और मार्गदर्शक शिक्षकों को विज्ञान के आविष्कारों से संबंधित अनेक प्रेरक प्रसंग सुनाये। जिला शिक्षा अधिकारी एसपी सेमवाल ने माइकल फैराडे के योगदान पर रोचक ढंग से प्रतिभागियों को सम्बोधित किया। उनके सम्बोधन के कुछ अंश यहाँ प्रस्तुत किये जा रहे हैं.
कार्यक्रम की कुछ झलकियां
सराहनीय प्रयास।
ReplyDeleteभविष्य के सभी वैज्ञानिकों को बधाई। ऐसे कार्यक्रम बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण तैयार करने में सहायक सावित होते हैं। आयोजको का प्रयास भी प्रशंसनीय है। एक कमी की ओर ध्यान ले जाना चाहूंगा, यहां पहुंचे बच्चों में स्कूल बैग व टोपी बांटने में पक्षपात हुआ है। अंतिम दिन सबको स्कूल बैग व टोपियां बांटी गई जबकि शुरुआती पाँच दिनों प्रतिभाग करने वालो को कुछ नही दिया। अधिकतर चयनित भी एक ही विकासखण्ड से होना ठीक नही।
ReplyDeleteसभी बाल वैज्ञानिक और उनके मार्गदर्शक अध्यापकों को बधाई। बच्चो में विज्ञान के प्रति रुचि जगाने में इंस्पायर्ड अवार्ड मानक का योगदान महत्वपूर्ण है। प्रदर्शनी में बच्चो का उत्साह देख कर सुखद अनुभूति हो रही थी। परंतु कुछ बातों से मन काफी दुखी हुआ है। पहले दिन ही सभी बाल वैज्ञानिकों को टोपी नही मिली। कुछ बच्चो को टोपी पहना देख कर अन्य बच्चो के अंदर निराशा के भाव दिख रहे थे। इसी तरह अंतिम दिन सम्मिलित हुए अध्यापकों को बैग वितरित किये गए बाकी पांच दिन सम्मिलित हुए अध्यापकों को नही दिए गए। इस तरह के राष्ट्रीय कार्यक्रम में इस प्रकार का भेदभाव देख कर मन बहुत व्यथित है। बेहतर होता कि रजिस्ट्रेशन काउंटर से ही प्रत्येक प्रतिभागी व मार्गदर्शक को टोपी और स्कूल बैग व भोजन के कूपन वितरित किये जाते।अधिकतर शिक्षकों को टीए फार्म ही उपलव्ध नही करवाये गए। साथ ही अनेक उपयोगी और विज्ञान के अनुसंधानात्मक मॉडलों के स्थान पर पारंपरिक मॉडल्स का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित हो जाना और आयोजक ब्लॉक नरेंद्रनगर के ही अधिकतर विद्यार्थियों को चयनित घोषित करना हैरान करता है। उम्मीद करती हूं कि आगे से इस प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके लिए जनपदीय आयोजन समिति पुख्ता प्रबंध करेगी।
ReplyDeleteआपने बिल्कुल ठीक कहा। बच्चों में भेद भाव नही होना चाहिए
Deleteमीनाक्षी जी एवं संजीव जी द्वारा कही गई बातें बिल्कुल सही है अगर सीईओ सर द्वारा इन कमेंट को संज्ञान में लेकर संबंधित कार्यक्रम के व्यवस्थापक एवं जिला समन्वयक को उक्त अनियमितताओं को सुधारने हेतु निर्देशित किया जाता तो यह एक उत्साहजनक पहल होती....
ReplyDeleteRight sir
DeleteTeachers ko certificate nahi mile.
Deleteचयनित बालकों और उनके गुरुजनों को बधाइयाँ।
ReplyDeleteकार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए छोटी छोटी कमियों को अनदेखा करना चाहिए। कमजोर पक्ष के बजाय मजबूत और बेहतर पक्ष को भी देखना चाहिए और जो अच्छा है उसकी प्रशंसा भी की जानी चाहिए।
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