Saturday 25 May 2019

प्रतिभा दिवस के मौके पर इंटर कॉलेज जाखणीधार के छात्र ने ढोल दमाऊ और जागरों की प्रस्तुति से दिया अपनी पौराणिक संस्कृति के संरक्षण का अनूठा संदेश।

      विकासखंड जाखणीधार के विद्यालयों में आज प्रतिभा दिवस के मौके पर विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया।  इस मौके पर राजकीय इंटर कॉलेज जाखणीधार के दो छात्रों द्वारा अपनी संस्कृत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ढोल-दमाऊ वादन और पौराणिक जागरों की शानदार प्रस्तुति से अपनी प्रतिभा से दर्शकों को अचंभित कर दिया।  
विद्यालयी शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड की पहल पर छात्र-छात्राओं के अन्दर छिपी प्रतिभा को तराशने तथा स्कूलों में शैक्षणिक माहौल बनाने के उद्देश्य से आज प्रतिभा दिवस मनाया गया। विद्यालय में आयोजित प्रतिभा दिवस पर स्कूली बच्चों ने जहां लोक भाषा में उत्तराखण्ड की संस्कृति, पलायन तथा पर्यावरण को बचाने के लिए सुन्दर गीतों की प्रस्तुतियां दी। वही अंग्रेजी की कहानियां, कविताएं सुनाकर आपसी संवाद को अंग्रेजी के माध्यम से बढ़ाने का प्रयास किया। कार्यक्रम में विद्यालय में कक्षा 9 व 8 में अध्ययनरत छात्र अमन कुमार व हेमराज (दोनो सगे भाई) ने ढोल व दमाऊ वादन के साथ देवभूमि उत्तराखंड के पौराणिक जागरों के माध्यम से पहाड़ की संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन का अनूठा संदेश देने का प्रयास करते हुए शिक्षकों व साथी विद्यार्थियों का मन मोह लिया। ढोल दमाऊ की मनमोहक थाप पर स्कूली बच्चे काफी देर तक झूमते रहे। उनकी कला और प्रतिभा को देखकर विद्यालय के शिक्षकों से दोनो उनका हौसला बढ़ाते हुए उन्हें नगद ईनाम देकर पुरस्कृत किया।

            इस मौके पर प्रधानाचार्य श्री महावीर सिंह परमार ने कहा कि प्रत्येक बच्चे को अपने आस-पास प्रकृति में विद्यमान चीजों को गंभीरतापूर्वक देखना चाहिए और उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण रखना चाहिए क्योंकि  इस तरह की वस्तुओं से शिक्षण अधिगम प्रक्रिया आसान हो जाती है। इस अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष राजकीय शिक्षक संघ श्री दिनेश डंगवाल ने सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि छात्रों के सर्वागीण विकास के लिए उन्हें बेहतर शिक्षा एवं मार्ग दर्शन देने का प्रयास करे। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नई टिहरी से बतौर कार्यक्रम के पर्यवेक्षण के लिए पहुंचे प्रवक्ता श्री विनोद पेटवाल ने भी बच्चों को संबोधित करते हुए उनकी प्रतिभाओं को सामने लाने का आवाहन किया। इस मौके पर शिक्षक सुशील डोभाल, चंदन सिंह असवाल, दिनेश रावत, पंकज डंगवाल, संजीव नेगी, डॉ मोहम्मद इलियास, राजेश कुमार उपाध्याय, अरविंद बहुगुणा, लक्ष्मी तनवर, आमू खम्पा, रेखा कंडारी आदि ने स्कूली बच्चों के बीच अपने अनुभव व्यक्त किये।
 
छात्रों द्वारा ढोल-दमाऊ वादन व जागरों के प्रस्तुतीकरण का वीडियो।

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